Agni Puran PDF in Hindi – महर्षि वेदव्यास के द्वारा हिंदू धर्म के अनेकों पुराण और वेदों की रचना की गई है जिसमें से एक महत्वपूर्ण पुराण अग्नि पुराण के नाम से जाना जाता है। इस पुराण में ब्रह्मा विष्णु महेश और भगवान सूर्य की पूजा अर्चना साथ ही उनसे जुड़ी कथाओं के बारे में बताया गया है। इस पुराण के वक्ता अग्निदेव है अतः इसे अग्नि पुराण कहा जाता है।
सामान्य भाषा में हम ऐसा कह सकते हैं कि अगर अगली इस दुनिया को देखती और हमारी संस्कृति को समझती तो उसके नजरिए से किस चीज का कितना महत्व होता उसे इस पुराण में समझाने का प्रयास किया गया है। इसके अलावा इस पुराण में ब्रह्मा विष्णु महेश की पूजा अर्चना की विधि के बारे में बताया गया है।
Agni Puran PDF in Hindi एक बहुत ही छोटा पुराना है मगर इसके बावजूद इस लघु पुराण में हर तरह की विद्या का समावेश किया गया है। यही कारण है कि Agni Puran PDF हर पुराण में एक विशेष महत्व रखता है। अगर आप ऑनलाइन इसे पढ़ना या डाउनलोड करना चाहते हैं तो आपको नीचे दिए गए निर्देशों का आदेश अनुसार पालन करना होगा।
Agni Puran PDF in Hindi
Agni Puran PDF Geetapress की एक प्रस्तुति नीचे प्रस्तुत की गई है जिसे आप पीडीएफ प्रारूप में अपने मोबाइल या कंप्यूटर में डाउनलोड कर सकते है। अग्नि पुराण को भारतीय संस्कृति विश्वकोश कहा जाता है। इस पुराण में विद्वानों के द्वारा ना केवल भारतीय संस्कृति बल्कि त्रिदेवों के पूजा-पाठ और अन्य विद्या का भी वर्णन किया गया है।
पुराण रचयिता के अनुसार हिंदू धर्म में सम्मिलित 18 पुराणों को भगवान विष्णु के 18 अंग से संबोधित किया गया है। अपने अथाह ज्ञान और संस्कृति के मूल को दर्शाने की अनूठी कला के कारण अग्नि पुराण को भगवान विष्णु का बाया चरण कहां गया है।
महर्षि वेदव्यास के द्वारा अग्नि पुराण में 15000 श्लोक लिखे गए है। इस पुराण में मुख्य रूप से भगवान विष्णु और भगवान शिव के महत्व को दर्शाया गया है, जिसके वक्ता स्वयं अग्निदेव है। इस पुराण को संस्कृत भाषा में लिखा गया है और भारतीय संस्कृति का असली मूल इस पुराण के जरिए प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।
अग्नि पुराण में क्या लिखा है?
Agni Puran PDF in Hindi में आपको हिंदू संस्कृति पूजा-पाठ और अग्नि देव के द्वारा कही गई हर विद्या की जानकारी मिलेगी। इस पुराण को सबसे पहले अग्निदेव ने ऋषि वशिष्ठ को सुनाया था। अग्नि पुराण आधुनिक कॉपी जैसे Agni Puran PDF Geetapress में 11000 श्लोक की किताब मिलेगी मगर नारद पुराण के अनुसार अग्नि पुराण को 15000 श्लोक में लिखा गया है।
हालांकि इस किताब को दो भागों में विभाजित किया गया है जिसमें पहला भाग ब्रह्म विद्या का ज्ञान देता है और दूसरा भाग भगवान विष्णु के दशावतार और उनके भगवान शिव के साथ महत्व को दर्शाता है। इन सबके अलावा अग्नि पुराण में आपको 8 वासुओ, 12 आदित्य, और 11 रुद्र की कहानी मिलेगी।
अग्नि पुराण पढ़ने के महत्व
अगर आप हमारे द्वारा निर्देशित तरीके से अग्नि पुराण पढ़ते हैं तो आपको कुछ लाभ मिलेगा जिसे नीचे सूचीबद्ध किया गया है –
- अग्नि पुराण में आपको भारतीय संस्कृति के बारे में समझाया जाएगा।
- अग्नि पुराण ब्रह्म विद्या के बारे में बताया गया है।
- इस पुराण का ज्ञान के कारण एक विशिष्ट स्थान है कुछ विद्वानों के मुताबिक और अन्य पुराणों के संकेत अनुसार अग्नि पुराण भगवान विष्णु का बाया चरण है।
- इस पुराण में त्रिदेव की पूजा और भगवान विष्णु के दशावतार रुद्र आदित्य और वसु की कथा मौजूद है।
- अग्नि पुराण को पढ़कर ना केवल आपको भारतीय संस्कृति बल्कि त्रिदेव के महत्व और उनके पूजा करने की सही विधि को समझ पाएंगे।
निष्कर्ष
आज इस लेख में हमने आपको अग्नि पुराण के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी है। हमने सरल शब्दों में आपको अग्नि पुराण के बारे में समझाने का प्रयास किया है। यह भी बताया है कि Agni Puran PDF in Hindi Download करने की विधि क्या है और इसे कैसे आप अपने यंत्र में प्राप्त कर सकते है।
अगर हमारे द्वारा साझा की गई जानकारियों को पढ़ने के बाद आप अग्नि पुराण के बारे में समझ पाए हैं तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें साथ ही अपने सुझाव और विचार कमेंट में बताना ना भूलें।