Kurma Puran in Hindi PDF Download – हिंदू धर्म पुराण का बहुत अधिक महत्व है। हिंदू धर्म में कुल 18 पुराने हैं जिनमें से एक कुर्म पुराण भी है। हम सब जानते हैं कि भगवान विष्णु ने धरती का संतुलन बनाकर रखने के लिए अलग-अलग अवतार लिए थे जिनमें से एक महत्वपूर्ण अवतार कुरमा अवतार है। यह अवतार कछुए का अवतार माना जाता है जहां समुद्र मंथन की कहानी शुरू होती है और धरती पर अलग-अलग प्रकार की सुख सुविधाएं और विभिन्न संसाधन समुद्र से प्राप्त होते हैं।
कुरमा अवतार में भगवान विष्णु कछुए के रूप में धरती पर प्रकट हुए थे और राजा इंद्रद्युम्न को सबसे पहले कूर्म पुराण का ज्ञान दिया था। कुरमा अवतार के द्वारा कथित होने के कारण इस पुराण को कूर्म पुराण (Kurma Puran) के नाम से जानते हैं। अगर आप भगवान कूर्म द्वारा कथित इस महत्वपूर्ण पुरान को पढ़ना चाहते हैं तो आपको हमारे लिए एक के साथ अंत तक बने रहना होगा।
Kurma Puran Geeta Press in Hindi
Book Name | Kurma Puran in Hindi |
Publisher | Geeta Press |
Pages | 1700 सलॉक्स |
Author | Ved Vyas |
कुर्म पुराण | Kurma Puran in Hindi
हिंदू धर्म में कुल 18 पुराण हैं जिनमें से कुर्म पुराण को 15वां स्थान दिया गया है। इस पुराण को भगवान शिव के कूर्म अवतार के द्वारा कहा गया है, इसके बावजूद इस पुराण में भगवान शिव की भी चर्चा की गई है। पुराण के 5 लक्षणों के बारे में इसमें बताया गया है इसके अलावा व्यास गीता के बारे में चर्चा किया गया है। साथ ही इस पुराण में काशी और प्रयाग की अहमियत को दर्शाया गया है, भगवान शिव और विष्णु कि भिन्नता और महत्व को समझाया गया है।
यह एक महत्वपूर्ण पुराण है जिसमें भगवान शिव और भगवान विष्णु के बारे में चर्चा की गई है। इसके अलावा कुरमा अवतार का मुख्य कारण समुद्र मंथन था ताकि धरती पर विभिन्न प्रकार के संसाधन आ सके और उसके बारे में भी इस पुराण में चर्चा की गई है।
कुरमा अवतार की कथा | Kurma Story in Hindi
धरती पर विभिन्न संसाधनों की कमी को पूरा करने के लिए सभी देवताओं ने मंदराचल गिरी पर्वत को समुद्र में स्थिर रखने के लिए भगवान विष्णु से मदद मांगी थी। उस पर्वत को अपनी पीठ पर रखकर भगवान विष्णु पानी में समा गए थे और इसके लिए उन्होंने कछुआ का रूप धारण किया था जिसे हम कूर्म अवतार के नाम से जानते हैं।
कुरमा अवतार के रूप में उन्होंने राजा इंद्र धूमन को मोक्ष का रहस्य बताया और विभिन्न प्रकार का ज्ञान दिया जिस ज्ञान को महर्षि वेदव्यास ने पुराण के रूप में लिखा और कूर्म पुराण बना।
कूर्म पुराण में क्या लिखा है?
Kurma Puran in Hindi हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण पुराण है जिसमें भगवान विष्णु मोक्ष का गुण रहस्य बताते है। यह पुराण भगवान विष्णु के अवतार के द्वारा कथित है मगर इसमें भगवान शिव के बारे में भी चर्चा की गई है। इस पुराण में समुद्र मंथन की जानकारी दी गई है इसके साथ ही प्रयाग और काशी के महत्व को समझाया गया है और भगवान विष्णु और भगवान शिव की विभिन्नता को अच्छे से बताया गया है।
इस महत्वपूर्ण पुराण को पढ़कर जीवन में मोक्ष प्राप्त करने का ज्ञान महर्षि वेदव्यास के शिष्यों ने 88000 ऋषि यों को दिया था। कूर्म पुराण में कुल 17000 श्लोक लिखे गए हैं इसे चार अध्याय में विभाजित किया गया है। इसके अध्याय को सहिंता के नाम से जाना जाता है, इसमें ब्रह्म संहिता, भगवती संहिता, शौरी संहिता, वैष्णवी संहिता के रूप में पुराण को विभाजित करके विभिन्न प्रकार की जानकारी दी गई है।
आप इस महत्वपूर्ण पुराण को अपने यंत्र में पीडीएफ प्रारूप में डाउनलोड करके पढ़ सकते है। आज इस लेख में हमने आपको इस पुराण का हिंदी वर्जन पीडीएफ प्रारूप में प्रस्तुत किया है। ऊपर दिए गए बटन पर क्लिक करके आप इस पुराण को हिंदी भाषा में अपने मोबाइल में डाउनलोड करके पढ़ सकते हैं।
निष्कर्ष
आज इस लेख में हमने आपको कूर्म पुराण (Kurma Puran in Hindi) के बारे में जानकारी दी है। यह बताने का प्रयास किया है कि भगवान के कुरमा अवतार ने किस प्रकार राजा इंद्रद्युम्न को कूर्म पुराण का ज्ञान दिया था। इस महत्वपूर्ण पुराण को डाउनलोड करने और इस पुराण से जुड़ी अन्य जानकारियों को इस लेख में सरल शब्दों में समझाने का प्रयास किया गया है।
अगर हमारे द्वारा साझा की गई जानकारियों को पढ़ने के बाद आप Kurma Puran PDF in Hindi के बारे में अच्छे से समझ पाए हैं तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें साथ ही अपने विचार और सुझाव कमेंट में बताना ना भूलें।