Khet Ki Jameen Kaise Nape 2023 – आज हमारे देश में जैसे-जैसे आबादी बढ़ रही है वैसे-वैसे जमीन की कीमत दिन दूना रात चौगुना के हिसाब से बढ़ रही है। आज हर व्यक्ति चाहता है कि उसके पास अपनी जमीन हो। जमीन की खरीद-बिक्री से लेकर जमीन का बंटवारा करने तक, हमें जमीन नापने की आवश्यकता पढ़ सकती है।
इसके अलावा कभी-कभी हम इस असमंजस में रहते हैं कि हमारी जमीन सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार जितना नक्शा या खतियान में दर्शाया गया है वास्तव में उतनी है कि नहीं। इस प्रकार की सभी समस्याओं को दूर करने के लिए आपको Jameen Kaise Naape के बारे में मालूम होना चाहिए। इस लिए आज के लेख में आपको खेत की जमीन कैसे नापे के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दि गई है। तो आइए हम इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि किसी खेत या जमीन को किस तरह से नापा जाता है।
Khet Jameen Kaise Nape 2023
वैसे तो सरकार द्वारा खेत या जमीन नापने का कोई निर्धारित फार्मूला जारी नहीं किया गया है। सामान्य तौर पर जमीन की नापी जगह-जगह पर प्रचलित विद्धो/ नियमों के आधार पर किया जाता है। आपको यह भी मालूम होना चाहिए की जमीन नापने का काम अमीन या लेखपाल के द्वारा किया जाता है।
किसी खेत या जमीन नापने के लिए आमतौर पर तीन चीजों की जरूरत होती है – नक्शा, जरीब और गुनिया।
- नक्सा :- नक्शा से आप सभी परिचित हैं। जिस खेत की जमीन की नापी करनी हो उस एरिया का नक्शा नापी करने के लिए जरूरी होता है।
- जरीब :- जरीब लोहे की बनी हुई एक जंजीर है जिसमें कुल 100 कड़िया होती है। जरीब से जमीन की दूरी नापी जाती है। एक कड़ी की लंबाई 0.6 फुट या 7.92 इंच होती है। एक जरीब की कुल लंबाई 66 फीट या 22 गज या 20 मीटर होती है।
- गुनिया :- गुनिया एक कचकड़ा का बना हुआ एक यंत्र है। जिसका अर्थ होता है आयताकार क्षेत्र की विकर्ण जांच। इसकी लंबाई लगभग 2 इंच और चौड़ाई आधा इंच होती है। एक स्केल की तरह गुनिया पर भी दश निशान बना होता है। एक पूरी गुनिया 10 जरीब के बराबर होता है और प्रत्येक जरीब के लिए उस पर निशान बना होता है। किसी खेत की जमीन की नापी करने से पहले उस जमीन के नक्शे को गुनिया से नाप कर देखते है कि वास्तव में उस खेत की जमीन कितनी है।
अगर ऊपर बताएं सभी टर्म को आप अच्छे से समझ पाए हैं तो उसे एक फार्मूला में डाल कर आप जमीन नाप सकते है। अमीन या लेखपाल खेत की जमीन नापने के लिए गणितीय फार्मूला का इस्तेमाल करते है। इस फर्मूला को जान लेने के बाद आप खुद भी अपनी जमीन की नापी कर सकते हैं।
Jameen Ya Khet Kaise Nape से पहले आपको जमीन नापने के मात्रक के बारे में जानना होगा, जैसे एक डिसमिल में कितना कड़ी होता है? कितना डिसमिल का एक कट्ठा होता है? कितना कट्ठा का एक बीघा होता है? इसके साथ ही आपको कुछ जमीन नापने का गणितीय सूत्र भी याद रखना होगा। आइए कुछ मापतौल की इकाई जान लेते हैं।
जमीन नापने की इकाई | Khet Napne Ka Unit
किसी भी खेत या जमीन को नापने के लिए हम हेक्टेयर, एकड़, बीघा, कट्ठा, डिसमिल, गज, फुट, इंच आदि जैसे मात्रक का प्रयोग करते हैं। खेत कैसे नापे या जमीन कैसे नापे का जवाब प्राप्त करने के लिए आपको कुछ आवश्यक यूनिट के बारे में मालूम होना चाहिए जिसे नीचे सूचीबद्ध किया गया है –
1 Unit | Kitna Hota Hai |
1 डिसमिल | 1000 वर्ग कड़ी |
4 डिसमिल | 1 कट्ठा |
1 एकड़ | 25 कट्ठा |
1 बीघा | 20 कट्ठा |
1 हेक्टेयर | 2.5 एकड़ |
1 हेक्टेयर | 2.5 एकड़ = 10000 वर्ग मीटर |
1 एकड़ | 25 कट्ठा = 4046.8 वर्ग मीटर |
1 जरीब | 66 फीट = 20 मीटर |
1 गज | 2.98 फीट = 36 इंच |
1 फीट | 12 इंच |
आपका जमीन कितने कट्ठा या एकड़ में फैला हुआ है इसकी जानकारी आप अपने जमीन के नक्शे से प्राप्त कर सकते है। अपनी जमीन का नक्शा देखने के लिए आप अपने राज्य की भूलेख वेबसाइट पर जा सकते हैं।
जमीन या खेत नापने के टिप्स | Jameen Napne Ke Tips
- सबसे पहले नक्शा में देखते हैं कि किस खेत या प्लॉट की जमीन नापनी है।
- जिस खेत या प्लॉट की जमीन नापनी होती है उसकी लंबाई और चौड़ाई नाप कर ज्ञात कर लेते हैं।
- अगर जमीन वर्गाकार है या आयताकार है तब उसकी लंबाई और चौड़ाई नापने में कोई दिक्कत नहीं होती है। लेकिन जब जमीन टेढ़ा- मेढ़ा है तब उसकी लंबाई और चौड़ाई ज्ञात करने के लिए 3 या 4 जगहों पर नापकर औसत निकालते हैं।
- जमीन नापने के लिए जरीब का इस्तेमाल करें जिससे आप पंचायत कार्यालय या तहसील कार्यालय से प्राप्त कर सकते है।
- जरीब लोहे के चैन जैसा होता है जिसमें 100 कड़ी बनी होती है। उससे जमीन की लंबाई नापी जाती है।
- उसके बाद अपने खेत या जमीन के लंबाई चौड़ाई को एक यूनिट में बदल कर उनका नाप लिखे।
Khet Ki Jameen Kaise Nape | जमीन नापने का सूत्र
ऊपर बताए सभी निर्देशों को पढ़ने के बाद आपको जमीन नापने के लिए फार्मूला के बारे में पता होना चाहिए।
इसके लिए एक उदाहरण लेते है और समझते है। जैसे – किसी खेत की लंबाई प्रत्येक जगह बराबर है यानी लंबाई 250 कड़ी है। लेकिन चौड़ाई एक सामान नहीं है कहीं ज्यादा है तो कहीं कम है।
अब इस खेत का नाप लेने के लिए आप सबसे पहले उस खेत की चौड़ाई तीन या चार जगह नापेंगे (खेत की स्थिति के अनुसार) और उसका औसत निकालने पर जितना आएगा वही उस खेत की चौड़ाई माना जाएगा। मान लिया जाए कि तीन जगह नापने पर चौड़ाई क्रमशः 180, 130 और 170 कड़ी है। अब इसका औसत निकालेंगे।
(180+130+170)/3 = (480)/3 = 160 कड़ी
चूंकि खेत की लंबाई सब जगह बराबर है और ज्ञात है की 250 कड़ी है और चौड़ाई औसत निकालने पर 160 कड़ी आया।
अब इसका क्षेत्रफल निकालेंगे। जैसा कि हम जानते है, क्षेत्रफल = लंबाई × चौड़ाई = 250 × 160 = 40000 वर्ग कड़ी होगा। चूंकि 1000 वर्ग कड़ी का 1 डिसमिल होता है। इसलिए 40000 वर्ग कड़ी में 40 डिसमिल होगा।
हम जानते हैं कि 4 डिसमिल का 1 कट्ठा होता है। इसलिए 40 डिसमिल में 10 कट्ठा होगा। इस तरह नापी करने से ज्ञात हुआ कि उक्त खेत की जमीन 10 कट्ठा है।
Note – जीस तरह स्केल होता है उसी तरह जमीन नापने के लिए लोहे की एक रस्सी का इस्तमाल किया जाता है जिसे जरीब कहते है। उस एक जरीब में 100 कड़ी होती है। इसलिए किसी भी जमीन को पहले कड़ी में नापा जाता है, उसके बाद उसे निर्धारित Unit में बदला जाता है।
खेत की जमीन नापने का फार्मूला क्या है?
सभी जमीन का आकार एक जैसा नहीं होता है। वैसे तो जमीन नापने का कोई निर्धारित सूत्र या फार्मूला तय नहीं है। हम जमीन के आकार पर यह तय करते हैं कि किस जमीन को नापने के लिए कौन सा फार्मूला का इस्तेमाल किया जाए। किसी भी जमीन को नापने से पहले जमीन नापने का मात्रक और कुछ गणितीय सूत्र का जनकारी होना जरूरी होता है।
खेत की जमीन नापने के लिए सबसे पहले उसकी बाहरी भुजाओं को नाप कर एक नक्शा तैयार कर लें। नक्शा तैयार करने के बाद उसको जैसा आकृति हो त्रिभुज, चतुर्भुज, बहुभुज अथवा वृत्त आकार में बांट दें और गणितीय सूत्र के माध्यम से उसका क्षेत्रफल ज्ञात करें। क्षेत्रफल ज्ञात होने के बाद उसे अपने मनचाहे मात्रक में बदल दें।
- जमीन त्रिभुज आकार का होने पर – यदि जमीन का नक्शा त्रिभुज आकार का बनता है – क्षेत्रफल = ½ × आधार × ऊंचाई
- जमीन आयत आकार का होने पर – यदि जमीन का नक्शा आयत के आकार का बन रहा है – क्षेत्रफल = लंबाई × चौड़ाई
- जमीन वर्ग आकार का होने पर – जब जमीन का नक्शा वर्गाकार बनता है – क्षेत्रफल = भुजा × भुजा
- जमीन का आकार निर्धारित नहीं होने पर – जब जमीन का कोई विशेष आकार न हो और जमीन टेढ़ा-मेढ़ा हो, तब ऐसी स्थिति में उस जमीन को अलग-अलग त्रिभुज एवं चतुर्भुज में बांट देते हैं। इसके बाद जितने भी त्रिभुज एवं चतुर्भुज बने हैं उन सबका अलग-अलग क्षेत्रफल निकालकर सभी को जोड़ देते हैं। इस तरह उस जमीन का कुल क्षेत्रफल मालूम हो जाता है।
जमीन का क्षेत्रफल निकालने के बाद उसे अपने मनचाहे मात्रक जैसे एकड़, बीघा, हेक्टेयर, बिस्सा, वर्ग फुट आदि में बदल लें। मात्रक बदलने का तरीका इस लेख के ऊपर में बताया गया है।
खेत की जमीन कौन नापता है?
पटवारी अथवा अमीन का मुख्य कार्य जमीन नापना और जमीन का रिकॉर्ड रखना होता है। पटवारी अथवा अमीन को अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नामों से जाना जाता है। कुछ जगहों पर इन्हें – लेखपाल, भू-मापक, तहसीलदार, ग्राम अधिकारी या कानूनगो के नामों से जाना जाता है।
आप अपना खेतिया जमीन नापने वाले कानूनी अधिकारी को तहसीलदार कार्यालय से बुलवा सकते है। इसके अलावा आप उनसे अपने जिला के किसी भी राजस्व कार्यालय में मिल सकते है।
खेत की जमीन का नक्शा कहां से प्राप्त करें?
Jameen Kaise Naape के बारे में जानकारी प्राप्त करने से पहले और स्वयं खेत नापने से पहले आपको अपने खेत का नक्शा देखना चाहिए।
आज से कुछ साल पहले खेत का नक्शा देखने के लिए आपको अलग-अलग कार्यालय का चक्कर काटना पड़ सकता था। मगर वर्तमान समय में आप किसी भी खेत की जानकारी ऑनलाइन भूलेख की अधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त कर सकते है। आपको अपने राज्य के नाम के बाद भूलेख लिखकर गूगल पर सर्च करना है।
इसके बाद आपको अपने राज्य का भूलेख वेबसाइट मिल जाएगा जिसे ओपन करना है और अपना जिला तहसील और गांव चुनकर सबमिट करना है। इसके बाद आप खाता संख्या, खतौनी संख्या या व्यक्ति के नाम से जमीन का नक्शा प्राप्त कर सकते है।
निष्कर्ष
आज इस लेख में हमने आपको Jameen Kaise Naape के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी है जिसे पढ़ने के बाद आप अपने खेत का क्षेत्रफल और लंबाई चौड़ाई आसानी से प्राप्त कर पाए होंगे। अगर हमारे द्वारा दी गई जानकारियों को पढ़ने के बाद आप जमीन नापने की पूरी प्रक्रिया अच्छे से समझ पाए हैं तो इसे अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।