Shiv Ji Ki Aarti PDF | शिवजी की आरती

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Shiv Ji Ki Aarti PDF  – भगवान शिव जी की आरती अगर आप करना चाहते हैं तो इसके लिए Shiv Ji Ki Aarti PDF Download करने का विकल्प नीचे दिया गया है। भगवान शिव की आरती नीचे दी गई है, इसे पढ़ कर शिवजी प्रसन्न होते है और आपकी पूजा स्वीकार होती है।

शिवजी की आरती करने के लिए आपको नीचे दिए बटन पर क्लिक करके पीडीएफ को डाउनलोड करना होगा इसके अलावा नीचे दिए गए Shiv Ji Ki Aarti Lyrics  को पढ़कर भी आप भगवान शिव की आरती कर सकते है। भगवान शिव की आरती करने से घर के सारे विकार दूर होते हैं और आपकी सारी मनोकामना पूरी होती है। अगर आपके जीवन में विवाह संबंधित या प्रेम संबंधित कोई परेशानी चल रही है तो आपको नियमित रूप से भगवान शिव की आरती करनी चाहिए इसके अलावा नौकरी पाने और सभी क्षेत्र में प्रगति करने के लिए भी भगवान शिव की आरती आवश्यक होती है।

Naukri के लिए Shiv Puja

Book NameShiv Ji Ki Aarti PDF 
Author Not Known 
Publish DateNot Known
Language Hindi/ Sanskrit 
Publication Not Known 
Country India 

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Shiv Ji Ki Aarti PDF

ॐ जय शिव ओंकारा,स्वामी जय शिव ओंकारा।

ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,अर्द्धांगी धारा॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

एकानन चतुराननपञ्चानन राजे।

हंसासन गरूड़ासनवृषवाहन साजे॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

अक्षमाला वनमालामुण्डमाला धारी।

त्रिपुरारी कंसारीकर माला धारी॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

श्वेताम्बर पीताम्बरबाघम्बर अंगे।

सनकादिक गरुणादिकभूतादिक संगे॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

कर के मध्य कमण्डलुचक्र त्रिशूलधारी।

सुखकारी दुखहारीजगपालन कारी॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

ब्रह्मा विष्णु सदाशिवजानत अविवेका।

मधु-कैटभ दो‌उ मारे,सुर भयहीन करे॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

लक्ष्मी व सावित्रीपार्वती संगा।

पार्वती अर्द्धांगी,शिवलहरी गंगा॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

पर्वत सोहैं पार्वती,शंकर कैलासा।

भांग धतूर का भोजन,भस्मी में वासा॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

जटा में गंग बहत है,गल मुण्डन माला।

शेष नाग लिपटावत,ओढ़त मृगछाला॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

काशी में विराजे विश्वनाथ,नन्दी ब्रह्मचारी।

नित उठ दर्शन पावत,महिमा अति भारी॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

त्रिगुणस्वामी जी की आरतिजो कोइ नर गावे।

कहत शिवानन्द स्वामी,मनवान्छित फल पावे॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

शिवजी की आरती कब करनी चाहिए

अगर आप भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त हैं तो आपको शिवजी की आरती रोजाना करनी चाहिए। रोजाना पूजा के दौरान भगवान शिव की मूर्ति या शिवलिंग के आगे आपको शिवजी की आरती करनी चाहिए।

शिवजी की आरती करने से आपके घर में खुशहाली आती है। आपके जीवन में प्रेम संबंधित जितनी भी परेशानी होती है वह दूर हो जाती है इसके साथ ही आपकी सारी मनोकामना जल्द ही पूरी होती है।

निष्कर्ष

आज इस लेख में हमने आपको Shiv Ji Ki Aarti PDF के बारे में विस्तार पूर्वक बताया है इसे पढ़कर आप आसानी से शिवजी की आरती कर सकते हैं साथ ही इससे जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी सरल शब्दों में समझाई गई है।

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