Durga Puja Kyu Manate Hai – हिंदू धर्म में अलग-अलग प्रकार के त्यौहार मनाए जाते है। हर त्यौहार का एक गहरा मतलब होता है, ऐसा ही एक प्रचलित त्यौहार पखवाड़े की देवी का त्यौहार है। इस त्यौहार को अधिकांश जगहों पर दुर्गा पूजा का त्योहार कहते है। दुर्गा पूजा के दिन देवी के 9 अलग-अलग रूपों की पूजा 9 दिनों तक होती है। नवरात्रि (Durga Puja Kyu Manate Hai) शक्ति का त्यौहार है, अच्छाई की शक्ति बुराई पर विजय प्राप्त करती है इसका संकेत दुर्गा पूजा से मिलता है।
हर साल हिंदू पौराणिक पंचांग के अनुसार दुर्गा पूजा की तिथि को निर्धारित किया जाता है। इस साल 15 अक्टूबर 2023 को दुर्गा पूजा का त्योहार शुरू हो रहा है जो 24 अक्टूबर तक चलने वाला है। लेकिन हर व्यक्ति को मालूम होना चाहिए की दुर्गा पूजा क्यों मनाया जाता है? इसके अलावा मां दुर्गा के अलग-अलग रूप जन्म और अस्तित्व से जुड़ी जानकारी इस लेख में साझा की गई है।
Durga Puja 2023
Name of Post | Durga Puja Kyu Manate Hai |
Name of Festival | Durga Puja |
मुहरत | लाभ मुहूर्त 09:14 से 10:40 बजे तक अमृत मुहूर्त 10:40 से 12:07 बजे तक शुभ मुहूर्त दिन के 01:33 से 02:49 बजे तक |
कब से कब तक है | 15 ऑक्टोबर से 25 ऑक्टोबर |
कौन मनाते है | हिन्दू |
Durga Puja Kyu Manate Hai
देवासुर संग्राम के दौरान राक्षस राज महिषासुर का आतंक हर जगह फैल गया था। स्वर्ग लोक की अप्सरा और देवी देवता भी उसके आतंक से परेशान हो गए थे। महिषासुर को वरदान था कि उसे केवल कुवांरी कन्या मार सकती है। इसलिए मां दुर्गा को अवतार लेना पड़ा और उन्होंने राक्षस महिषासुर का वध किया।
हिंदू देवी मां दुर्गा ने राक्षस राज महिषासुर का वध किया और अच्छाई की बुराई पर जीत का संदेश दिया। इसलिए दुर्गा पूजा का पर्व हर साल अच्छाई का बुराई पर विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
मां दुर्गा और महिषासुर की कथा
दुर्गा पूजा के दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था। लेकिन आपको पता है कि महिषासुर का वध करना इतना मुश्किल क्यों था? जब समुद्र मंथन के बाद देवताओं ने अमृत ले लिया तब असुरों को यह छूट मिली थी वह तपस्या से त्रिदेव को प्रसन्न करके वरदान मांग सकते हैं।
इसलिए महिषासुर ने कड़ी तपस्या करके ब्रह्मा जी को प्रसन्न किया और वरदान मांगा कि उसे केवल कुंवारी स्त्री मार सकती है। वह स्त्रियों को कमजोर समझना था उनसे जबरदस्ती शादी कर लेता था जिस वजह से वह अमर बना हुआ था। इसलिए स्वर्ग लोक में मां दुर्गा को सभी प्रकार की शक्तियों के साथ तैयार किया गया। मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया और इस दिन को हम अच्छाई की बुराई पर विजय के रूप में मनाते हैं।
दुर्गा पूजा का अंतिम दिन: विजयदशमी
नवरात्रि का त्यौहार अच्छाई का बुराई पर विजय के कारण मनाया जाता है। नवरात्रि 9 दिनों तक बनता है उसमें सबसे खूबसूरत दिन विजयदशमी का होता है। विजयदशमी को अच्छाई की बुराई पर जीत के दिन के रूप में याद किया जाता है।
विजयादशमी वही दिन है जिस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था। भगवान राम की सेना और रावण की सेना के बीच 9 दिनों तक युद्ध चला था। अंत में रावण को भगवान राम ने मार दिया था और इसी के साथ अच्छाई की बुराई पर जीत हो गई थी।
इस साल दुर्गा पूजा कब है?
इस साल अर्थात 2023 में शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से मनाया जा रहा है। 15 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाएगा। नवरात्रि के इस पावन अवसर पर 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 शक्ति रूप की पूजा की जाती है। अंत में दसवें दिन दशहरा का त्योहार रावण दहन के साथ मनाया जाता है।
नवरात्रि एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ नौ रात होता है। इस त्यौहार में लगातार नौ रातों को मां दुर्गा की पूजा होती है। मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप की पूजा की जाती है जिसकी शुरुआत पहले दिन घट स्थापना के साथ होती है। इस साल 15 अक्टूबर को घट स्थापना होने वाला है और 24 अक्टूबर को रावण दहन के साथ नवरात्रि समाप्त होगी।
नवरात्रि 10 दोनों का त्यौहार होता है जिसमें 9 दिनों तक लगातार मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप की पूजा होती है। पहले दिन घट स्थापना होता है उसके बाद मां दुर्गा के अलग-अलग अवतार की पूजा होती है। यह त्यौहार बंगाल का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है लेकिन इसके अलावा झारखंड उत्तर प्रदेश बिहार के क्षेत्र में भी इसे काफी हरसुल उल्लास के साथ मनाया जाता है।
दुर्गा पूजा के दिन जहां पर मूर्ति स्थापित होती है वहां बहुत अच्छा मेला लगता है। श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही मंदिर प्रांगण में आ जाते है और काफी अच्छी व्यवस्था रहती है। दिन से लेकर रात तक मां दुर्गा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का ताता लगा रहता है। भक्तगण 9 दिनों तक मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए उपवास रखते हैं और केवल फलाहार पर रहते है।
निष्कर्ष
इस लेख में Durga Puja Kyu Manate Hai के बारे में पूरी जानकारी दी गई है जिसे पढ़कर आप आसानी से समझ सकते हैं की मां दुर्गा का पूजा क्यों होता है और किस प्रकार दुर्गा पूजा मनाया जाता है। दुर्गा पूजा क्यों मनाया जाता है यह कैसे मनाया जाता है और कहां-कहां पर किस तरह की पूजा होती है इसकी पूरी जानकारी अगर लेख में मिली है तो इसे सभी के साथ साझा करें।